पचरा गीत क्या है ” हसके उठे वि हसके माता ” पचरा Lyrical video #devipacharageet #shortsfeed #pachra #shorts #youtubeshorts
1. हस के उठे वि हस के माता, जा चंदन पर थार भवानी, नींबू जटा, जटा पर नारियर, आस पास नारियर के बाड़ी, केकती केवड़ा सदा सरवर, सरवर देखत हंस विराजे, हंस म दाई के पहुना साजे, पहुना ऊपर दाई विराजे, दाई के संग मा भैरव साजे, भैरव संग लंगूर विराजे, अन्नस मन्नस कुंज निवारे, धर्म ध्वजा लहराए…. लहराए ओ मैया, सेवा में बाग लगाए हो मां… सेवा में बाग लगाए… लगाए हो मैया, सेवा में बाग लगाए हो मां।
2. जब इंद्रलोक से उतरे लंगरवा, डेरा घोड़ा भये सवरिया, हाथ चंदन तोर पांव खड़ाऔआ, गंगा जमुना ढड़ा पखारे, सवा हाथ धरती तोर फाटे, रखे फुललवा हाथ कमनिया, गवही खाई कुंज निवाई, दाई बदन तोर भये महामाई, पान खात मुख लाल भवानी, जिभिया हा तोर ललयाये, ललयाये हो मैया, सेवा में बाग लगाए हो मां
3. जब कोठनगर ले उतरे भवानी, ढोन सिंहासन भंवर पालकी, छत्तीसगढ़ में चौकी आए, छत्तीसगढ़ में चौकी आए, अल्लख देवता सेवा ढाये, गाज बाज मा माहुर बाजे, छाज बाज माहुर हुरहुर बाजे, दानव मारे असुर सहारे, जहां हुआ पर तैतों ढाडे, जहांन पड़ गए 8 सैकड़ो जहां निरंजन तेंतो ठेडे, चार कुट में छात्रतने हैं, सात नयमन चलाएं, चलाये हो मैया, सेवा में बाग लगाए हो
4. जब लोहपुर ले उतरे लोअंजर, अंग भर सिंदूर नयन में काजर, हाथ में शंकर वेद बतावे, कौरव पांडव मात् सुनावे, नव दस पलकी लिए सजाए, बाहे कुल तोर उठे भवानी, खड़ग क्षार खप्पर डारे, कोटि-कोटि मुक्तन उठ जाए, जभे पुजारी पूजा पावे, घोरी घोरी चंदन महल लगाए, सर्प सोन के कलश मढ़ाये, दाई तोला उमा बताएं, भैरव तोर पलकी सजाए, लंगूरे ह तोर दियना जलाएं, जलाएं हो माता, सेवा में बाग…………
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