शिव अभिषेकम भगवान शिव के सम्मान में किया जाने वाला एक पवित्र हिंदू अनुष्ठान है। इस अनुष्ठान में मंत्रों का जाप करते हुए और प्रार्थना करते हुए शिव लिंग को विभिन्न शुभ पदार्थों से स्नान कराया जाता है। यहाँ शिव अभिषेकम करने के लिए चरण-दर-चरण मार्गदर्शिका दी गई है:
तैयारी
1. क्षेत्र को साफ करें:
– सुनिश्चित करें कि जिस क्षेत्र में अभिषेक किया जाएगा वह साफ और पवित्र हो।
2. आवश्यक वस्तुएँ एकत्रित करें:
– शिव लिंग
– जल
– दूध
– शहद
– घी
– दही
– चीनी
– पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी और चीनी का मिश्रण)
– ताजे फल
– नारियल
– फूल (विशेष रूप से बिल्व पत्र और फूल)
– चंदन का लेप
– अगरबत्ती
– कपूर
– दीपक और तेल
– रुद्राक्ष की माला (प्रार्थना की माला)
– अनुष्ठान करने वाले व्यक्ति के लिए सफ़ेद कपड़ा या धोती
शिव अभिषेक के चरण
1. ध्यान (मेडिटेशन):
– मन को शांत करने और भगवान शिव पर ध्यान केंद्रित करने के लिए ध्यान लगाकर शुरुआत करें। दिव्य उपस्थिति का आह्वान करने के लिए “ओम नमः शिवाय” का जाप करें।
2. शुद्धिकरण:
– शिव लिंग और अपने ऊपर जल छिड़कें ताकि आस-पास का वातावरण और मन शुद्ध हो जाए।
3. आह्वान (आवाहन):
– “ॐ नमः शिवाय” और अन्य प्रासंगिक भजनों जैसे मंत्रों का जाप करके शिव लिंग में भगवान शिव का आह्वान करें।
4. शिवलिंग को स्नान कराना:
– जल: “ॐ नमः शिवाय” का जाप करते हुए शिव लिंग पर शुद्ध जल डालें।
– दूध: शिव लिंग को दूध से स्नान कराएं। दूध शुद्धता और पोषण का प्रतीक है।
– दही: इसके बाद दही डालें, जो शक्ति और समृद्धि का प्रतीक है।
– शहद: शहद डालें, जो मिठास और एकता का प्रतीक है।
– घी: घी लगाएं, जो धन और समृद्धि का प्रतीक है।
– पंचामृत: ऊपर बताई गई पांच सामग्रियों का मिश्रण पंचामृत डालें।
– जल: अंत में, शिव लिंग को शुद्ध करने के लिए उसे फिर से पानी से स्नान कराएं।
5. फूल और बिल्व पत्र चढ़ाना:
– शिव लिंग पर ताजे फूल और बिल्व पत्र चढ़ाएं। बिल्व पत्र भगवान शिव को विशेष रूप से पवित्र हैं।
6. चंदन का लेप:
– शिव लिंग पर चंदन का लेप लगाएं, जिसका प्रभाव ठंडा होता है और यह भक्ति का प्रतीक है।
7. धूप और दीप:
– अगरबत्ती और तेल या घी से भरा दीपक जलाएं और मंत्रों का जाप करते हुए शिव लिंग के सामने उन्हें गोलाकार गति में घुमाएं।
8. आरती:
– घंटी बजाते हुए और भजन गाते हुए जलते हुए कपूर को गोलाकार गति में घुमाकर आरती करें।
9. प्रसाद चढ़ाना:
– प्रसाद (पवित्र भोजन) के रूप में फल, नारियल और अन्य चीजें चढ़ाएं। नारियल को तोड़ें और शिव लिंग के सामने रखें।
10. मंत्र जाप:
– भगवान शिव को समर्पित रुद्रम या अन्य पवित्र ग्रंथों का जाप करें। आप महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी कर सकते हैं।
11. समापन (विसर्जन):
– अभिषेक के दौरान हुई किसी भी गलती के लिए क्षमा मांगकर और भगवान शिव का आशीर्वाद मांगकर अनुष्ठान का समापन करें।
12. प्रसाद का वितरण:
– उपस्थित भक्तों को प्रसाद वितरित करें।
उचित अभिषेक के लिए सुझाव
– स्वच्छ और शांतिपूर्ण वातावरण बनाए रखें।
– अनुष्ठान को भक्ति और शुद्ध मन से करें।
– अभिषेक के लिए ताजा और साफ वस्तुओं का उपयोग करें।
– मंत्रों का स्पष्ट और उचित उच्चारण के साथ जाप करें।
– अनुष्ठान करते समय साफ और पारंपरिक कपड़े पहनें।
माना जाता है कि सच्ची श्रद्धा के साथ शिव अभिषेक करने से शांति, समृद्धि और भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है।