इस तरह की मूर्ति उचित या अनुचित Part 1
पहली नज़र में : Waaow 🥹
कित्ते प्यारे लग रहे Gannu Bhaiya 🧿
Second thought : ये गलत बात है लेकिन
गणेश जी रिद्धि और सिद्धि दोनों के ही साथ रहते हैं, फिर अकेले क्यूँ हैं ? 🤔
Third thought : और गणेश जी की ऐसी प्रतिमा कब से बनने लगी ?🤔
गणेश जी तो ऐसे ही क्यूट, प्यारे, दुलारे सब लगते हैं
फिर ऐसी मूर्तियां क्यूँ ? ऊपर से गाने लगा देते हैं ” कोई इतना खूबसूरत कैसे हो सकता है ”
तो लोग सिर्फ cuteness और गाने में खो जाते हैं मेरे जैसे🤷🏻♀️
किसी का ध्यान इस तरफ नहीं जाता अब AI मूर्तियों में भी दखल देने लगी क्या ? या फिर ये छेड़ – छाड़ है हमारे भगवान जी के साथ ?
फिर आदत अनुसार कमेंट पढ़ने आई तो पता चला की author ने mention किया हुआ था की ये अशोक सुंदरी हैं ( उनकी छोटी बहन )
My mind : whaattt
अभी तक तो रिद्धि सिद्धि ही समझ रही थी लेकिन ये तो
🙄🤦🏻♀️🙏🏻
अशोक सुंदरी और गणेश जी
चलो ठीक है लेकिन …. 🤔
सबसे पहले तो कमेंट करने वाले को ये नहीं पता की अशोक सुंदरी बड़ी बहन हैं गणेश जी की, छोटी नहीं 🤦🏻♀️
⅞
और बड़ी बहन को घुटने पे बैठ कर प्रणाम करते दिखाया गया है अब तक हमारे पौराणिक serials में ( devo ke dev mahadev )
ये गोद में उठाने की प्रतिमा सिर्फ cuteness or westernized के नाम पे छेड़छाड़ नहीं तो और क्या है ?
इस तरह की मूर्ति पे विचार कीजिये
ये और इस तरह की सारी मूर्ति एक कला के रूप में बहोत सराहनीय है
लेकिन
जब बात भगवान और पूजा पाठ की हो तो छेड़ना नहीं चाहिए ☝🏻😡
बाकी हमारे गणेश जी ऐसे ही बहोत क्यूट लगते हैं जब हम दीपावली के समय कोई भी मूर्ति लेने जाते हैं तो सब में प्यारे लगते हैं वो
Cute Ganesha
Cute Ganpati
Jabalpur Cute Ganpati Murti
Ramnagar Cute Ganpati
Ganesha bhajan
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